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Pegasus : आखिर कैसे होता है यूजर का फ़ोन हैक और कैसे जासूशी करता है यह सोफ्टवेयर

What is Pegasus Spyware? Phone Hacking? Explained in Detail in Hindi

What is Pegasus Spyware?
What is Pegasus Spyware?

NSO Group एक इजराइली टेक फ्रॉम है जो की यह साइबर सिक्योरिटी और साइबर रिसर्च पर काम करती है इसका फुल फॉर्म निकालकर आता है इनके तीन फाउंडर से जिनके पहला नाम था नीव, शालेव और ओमरी. यह जो NSO ग्रुप है जिसने एक ऐसा स्पाइवेयर बनया जिसका नाम पेगासस. यह पहली बार 2016 में सुनने को मिला था इसको बनया गया था ख़ुफ़िया एजंसी के लिए जो टेररिस्ट के लिए और किसी भी हमले को रोका जा सके और इससे देश में शांति बनी रहे लेकिन अभी कुछ न्यूज़ निकलकर आ रही की सरकार ने इससे और भी कई जगह पर इसका इस्तेमाल किया है आखिर यह चीजे काम कैसे करती है तो हमें समझना होगा की कोई भी कोड है किसी ऑपरेटिंग सिस्टम में तो उसमे आपको अलग अलग बग देखने को मिलते है यह बग दो तरह की हो सकती है एक बग ऐसी हो सकती है की आप अपने फ़ोन का कैमरा ओपन कर रहे है लेकिन वह ओपन नहीं हो रहा है वह क्रास कर गया है या उसमे कोई फीचर काम नहीं कर रहा है जो इस तरह के बग होते है वह आपके यूजर एक्सपीरियंस को ख़राब करता है
इसमें को बड़ी प्रोब्लम नहीं होती है फिर कंपनी इसे सही कर देती है और यूजर एक्सपीरियंस ठीक हो जाता है लेकिन जब हम बात  करते है बग की जो की जुडी होती है सिक्योरिटी से वह बहुत ज्यादा जरुरी होती है वह बहुत ज्यादा खतरनाक बन जाती अगर उनको सही टाइम पर सही न किया जाये इसलिए आपने देखा होगा बड़ी कंपनी जैसे माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक, एप्पल, गूगल हो यह पैसे देती है उन एन्थिकल हैकर को जो उन्हें उनके बग को दूर करते है यह पहले आपके ऑपरेटिंग सिस्टम में बग को ढूढ़ते है और उनको सही करते है 
जो NSO ग्रुप है वहा पर भी बहुत सार एन्थिकल हैकर भी बैठे है वह लोग ऐसे बग को ढूढते है ऐसे लूपहोल को ढूढते है लेकिन वह बताते नहीं गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल को वह इस चीज को अपने पास रखते है अपने फायदे के लिए और अपने टूल के डेवलपमेंट के लिए रखते है ऐसा देखा गया है की जो बाकि डेवलपर, कोडार है  यह उन बग को गूगल और एप्पल जितना पैसा देगा उस बग को बताने के लिए वह उससे ज्यादा पैसे  में बेचते है और उनके पास कुछ ऐसे बग होते है जो उस कंपनी को भी नहीं पता होते है और इसे ही कहते है जीरो डे अटैक, आप  मान लो एप्पल के सोफ्टवेयर में कुछ प्रोब्लम है जो मुझे तो पता है लेकिन एप्पल को खुद को ही नहीं पता तो एप्पल के पास कुछ करने के लिए टाइम ही नहीं है इसलिए इसे जीरो डे अटैक कहते है 
पेगासस स्पाइवेयर भी ऐसे ही अलग अलग बग और लूपहोल का फायदा उठता है किसी भी इन्सान के फ़ोन को हैक करने के लिए, फ़ोन को हैक करने के लिए एक स्टार्टिंग पॉइंट होता है जैसे पहले के जामने में आपने देखा होगा किसी के कमरे में कैमरा लगा दिया उसके लिए आपको पहले उसके कैमरे में जाना पड़ेगा या फिर किसी को फोन को हैक करने के लिए उसके फ़ोन में किसी अप्प को इंटाल कर दिया उसके लिए आप को उसके फ़ोन को थोड़ी देर के लिए चाहिए आप इंस्टाल करने के लिए और फिर फिशिंग अटैक बहुत प्रसिद हो गया जिसमे किसी मेल में लिंक को भेजा और लिंक पर क्लीक किया और उसके बाद आप का फ़ोन हैक हो गया लेकिन पेगासस स्पाइवेयर को कोई क्लीक की आवश्यता नहीं है यानी की जो टारगेट है उससे कुछ करवाने की जरूरत नहीं है बस एक मिस काल , मैसेज , व्हाट्सअप्प काल या बस एक किया गया एक्शन है जिसमे यूजर के द्वारा कुछ करने की जरूत नहीं है
 

पेगासस स्पाइवेयर से आप हैक हो गये तो क्या आपके साथ हो सकता है 

पेगासस स्पाइवेयर से सब कुछ हैक हो जायेगा यानी की आप अपने फ़ोन को जितना इस्तेमाल कर सकते है उतना ही वह भी इस्तेमाल कर सकता है और कही ज्यादा ही कर सकता है आपके फोटो आपके विडियो जो आपने अपने फ़ोन में रखे है, आपके ई मेल , मैसेज, इनकमिंग आउटगोइंग काल उसके रिकॉड और उनके माइक को ओन करके उनके बात को सुन सकते है आपके कैमरा को इस्तेमाल कर सकते है आपकी लोकेशन को जान सकते है क्योकि फ़ोन हमारे साथ होता है इसलिए पेगासस स्पाइवेयर की ताकत बहुत ज्यादा है 
पेगासस स्पाइवेयर जो है यह सरकार को बेचता है और बहुत ज्यादा उसके बदले फीस चार्ज भी करता है यह कोई ऐसी चीज नहीं है की मैंने खरीद ली और आपके फोन को हैक कर लिया या कोई आपस में करता रहे यह सरकार काम के लिए बना है यह NSO बनाकर देता है सरकार को अब बहुत सारी रिपोर्ट आ रही है कोई कैल्म नहीं है और रिपोर्ट कहती है की सरकार ने अलग अलग लोगो को पेगासस स्पाइवेयर के द्वारा हैक किया है 

पेगासस स्पाइवेयर की 5 ऐसी बाते है जिससे इसे और ज्यादा खतरनाक बनाना देती है 

1. यह जीरो क्लिक के हिस्साब से काम करता है यानी की जो टारगेट है उससे कुछ करवाने की जरुरत नहीं है उसके फोन तक हमें पहुचने कई जरूरत नहीं है सिर्फ एक मिस कॉल या एक मैसेज से ही यह उसके फ़ोन चला जाता है और उसके बाद वह अपना पूरा काम कर देता है 
2. अगर यह एक बार किसी के फ़ोन में पेगासस स्पाइवेयर आ गया तो इसे जान पाना उस फ़ोन के लिए असम्भव है वह इन्सान कभी पता लगा ही नहीं पायेगा कई उसके फोन में पेगासस स्पाइवेयर आ गया है जिससे यह और ज्यादा खतरनाक बन जाता है अगर आप जान जानते की आपके फ़ोन में पेगासस स्पाइवेयर आ गया है तो आप अपने फ़ोन फेक देते तोड़ देते लेकिन यहाँ पर यूजर को कभी पता नहीं चल पता है 
3. यह अपने आप ख़त्म भी कर सकता है अगर इसे लगे की जो टास्क मिले थे उसे मैंने कम्प्लेट कर लिया हु और यह फ़ोन फोरेंसिक वालो के पास चला जायेगा तो यह अपने आपको उस फ़ोन से ख़त्म कर देता है अगर यह अपने कमांड सेण्टर से कनेक्ट हो पाए तो भी यह अपने आपको नष्ट कर लेता है 
4. यह सिर्फ एंड्राइड के लिए काम करे ऐसा नहीं है यह एंड्राइड(android) और इओस(ios) दोनों पर काम कर सकता है दुनिया में लोग दो ही ऑपरेटिंग सिस्टम यूज़ करते है और यह पर हम अक्सर iphone को सुरक्षित मानते है पेगासस स्पाइवेयर ios पर उतना काम कर सकता है जितना यह एंड्राइड पर काम करता है टेकनिकली यह सभी प्लेटफ्रॉम पर काम करता है 
5. यह पूरा एक्सेस देता है मतलब हम सोचते है व्हाट्सअप्प की चैट एनक्रिप्टेड है पर वह सबकुछ हैक हो जायेगा आपके फ़ोन का पूरा कंट्रोल उसके हाथ में मिल जायेगा इसलिए यह बहुत ज्यादा खतरनाक बन जाता है 

What is Pegasus Spyware?
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अब ऐसे में सवाल है की क्या आप इसका शिकार हो सकते है

वैसे एक आम आदमी कोई इंतना महगे स्पाइवेयर का इस्तेमाल नहीं करेगा और यह सिर्फ सरकार के पास ही पॉवर है इस्तेमाल करने के लिए तो यह आम आदमी के लिए तो नहीं इस्तेमाल होगा और बड़े लोगो के लिए हो सकता है अगर आपको कोई टैक कर रहा है तो इससे बचने का एक तरीका है मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल ना करो अभी तो इससे बचने का कोई भी तरीका नहीं हो सकता है आगे चल कर इससे बचने के तरीके आ जाये

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